पिछले दो दिनों में 4.1 इंच बारिश के बाद मंगलवार को मोगरा जलाशय का 2 लाख क्यूसेक पानी शिवनाथ में छोड़ दिया गया l इसके बाद शिवनाथ नदी अपनी हद लाँघते हुए दुर्ग शहर के कई इलाकों में घुस गई l गंजपारा पुलगांव महेश कॉलोनी सहित कई इलाकों में इसका पानी भर गया l 20 से ज्यादा गांव में पहले ही बाढ़ का पानी घुस चुका है आलम यह है कि पुलगांव से अंजोरा और दुर्ग से धमधा रोड बंद हो गया बुधवार शाम 6:00 तक महमरा एनिकट पर 16.3 फिट पानी ऊपर बह रहा था l एसडीआरएफ के जवानों ने तिरगा सहित कई गांव में पानी में फंसे रह वासियों को राहत शिविर में पहुंचाया l राहत की बात यह रही कि शिवनाथ से जुड़े किसी भी डैम से और पानी नहीं छोड़ा गया नहीं तो हालात और बिगाड़ सकते थे l दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव और दुर्ग ग्रामीण विधायक ने राहत कार्य का मुआयना किया l और लोगों को राहत शिवरों तक पहुंचाने की व्यवस्था कीl संभाग आयुक्त सत्यनारायण राठौर व कलेक्टर रिचा प्रकाश चौधरी ने बुधवार को संयुक्त तौर पर बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रो का दौरा किया l शिवनाथ नदी के किनारे पुलगांव गांव राहत कैंप में बाढ़ पीड़ित लोगों से मिल उनके परेशानियों से रूबरू हुए l पिछले दो दिन जैसी बारिश भी बुधवार को थम गई संयुक्त कलेक्टर व बाढ़ प्रभारी हरबंस सिंह मिरी के मुताबिक आगे पानी नहीं बढ़ने की उम्मीद हैl फिर भी जिला प्रशासन की तरफ से नदी से लगे गांव में लोगों से सुरक्षित स्थान पर चले जाने की मुनादी कराई जा रही है l देर शाम पुलगांव से अंजोरा सड़क से आवागमन शुरू होने की खबर मिली है धमधा सड़क पर से निकल रहा पानी भी धीरे-धीरे कम हो रहा है l
शाम तक पुलगांव में भी संपर्क टूट रहा था हालांकि रात में आवागमन शुरू हो गया था पुलगांव नल के आगे रिलायंस पेट्रोल पंप तक तू वहीं दूसरी ओर डी मार्ट तक पानी भर गया था l
दुर्गा के कान्हा रिसोर्ट 4 और धंधा के पास सिली गांव में 18 लोग बाढ़ में फंस गए l जिला सेनानी अग्निशमन टीम एवं एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें बाहर निकाला l दुर्ग धमधा मार्ग अवरुद्ध होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ाl
शिवनाथ नदी के आसपास के गांव में खड़ी फसले पूरी तरह से बाढ़ के पानी से लबालब हो चुकी है l